पँवाड़ा
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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
पँवाड़ा संज्ञा पुं॰ [सं॰ प्रवाद]
१. लंबी चौड़ी कथा जिसे सुनते जी उबे । कल्पित आख्यान । कहानी । दास्तान ।
२. बढ़ाई हुई बात । व्यर्थ विस्तार के साथ कही हुई बात । बात का बतक्कड़ ।
३. एक प्रकार का गीत जिसमें वंश की कीर्ति और शौर्य का वर्णन रहता है ।