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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नैष्कर्म्य संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अकर्मण्यता । निष्क्रियता ।

२. आलस्य ।

३. कर्म तथा कर्मफल का परित्याग ।

४. आत्मज्ञान । यौ॰— नैष्कर्म्यसिद्धि = समस्त कर्मों से निपृत्ति ।