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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नुसखा संज्ञा पुं॰ [अ॰]

१. लिखा हुआ कागज ।

२. कागज का वह चिट जिसपर हकीम या वैद्य रोगी के लिये ओषध और सेवनविधि आदि लिखते हैं । दवा का पुरजा ।

३. रोगी के लिये लिखी हुई ओषधियाँ और उनकी सेवनाविधि आदि । मुहा॰—नुसखा बाँधना = हकीम या वैद्य के लिखे अनुसार दवाएँ देना । पंसारी या अत्तार का काम करना । नुसखा लिखना = रोगी को देख औषध की व्यवस्था करना । दवा लिखना ।