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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

निरति संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. अत्यंत रति । अधिक प्रीति ।

२. लिप्त होने का भाव । लीन होने का भाव ।