निकासी
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादननिकासी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ निकास + ई (प्रत्य॰)]
१. निकलने की क्रिया या भाव ।
२. किसी स्थान से बाहर जाने का काम । प्रस्थान । रवानगी । जैसे, बरात की निकासी ।
३. वह धन जो सरकारी मालगुजारी आदि देकर जमीदार को बचे । मुनाफा । प्राप्ति ।
४. आय । आमदनी । लाभ । जैसे,— जहाँ चार पैसे की निकासी होती है वहीं सब जाना चाहते है ।
५. विक्रि के लिये माल की रवानगी । लदाई । भरती ।
६. बिक्रि । खपत ।
७. चुंगी ।
८. रवन्ना ।