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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नास्ति अव्य॰ [सं॰] नहीं है । अविद्यमानता । अनस्तित्व । उ॰— जेहि ते वद्ध होय सो इच्छा कहावै, जेहि ते नास्ति होय ऐसी अनइच्छा कहावै ।—कबीर सा॰, पृ॰ ९२२ ।