प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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नाराशंसी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. मनुष्यों को प्रशंसा ।

२. वेद में मंत्रो का वह भाग जिसमें राजाओं के दान आदि की प्रशसा है ।