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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नाखून संज्ञा पुं॰ [फा॰ नाखून]

१. उँगलियों के छोर पर चिपटे किनारे वा नोक की तरह निकली हुई कडी वस्तु । नख । नँह । विशेष— नाखून वास्तव में ठोस और कडा जमा हुआ उपरी त्वक् है । पशुओ के सींग, खुर आदि भी इसी प्रकार ऊपरी त्वक् की जमावट से बनते हैं । मुहा॰— नाखून लेना = नाखून काटकर अलग करना । नाखून नीले होना = मरने के लक्षण दिखाई पडना । मृत्यु के चिह्न प्रकट होना । ऐसे ऐसे नाखूनों में पडे हैं = ऐसे ऐसे बहुत देखे भाले हैं । ऐसों की गिनती नहीं ।

२. चौपायों के टाप या खुर का बढा हुआ किनारा । मुहा॰— नाखून लेना= (१) नाखूना काटन । (२) घोडे का ठोकर लेना ।