हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नफर संज्ञा पुं॰ [अ॰ नफ़र]

१. दास । सेवक । जैसे,— नौकर के आगे चाकर, चाकर के आगे नफर । उ॰— कबिरा भूलि बिगारिया करि करि मैला चित्त । साहब गरुआ चाहिए नफर बिगारो नित्त ।— कबीर (शब्द॰) ।

२. व्यक्ति । जैसे, दस नफर मजदूर । विशेष— इस अर्थ में इस शब्द का व्यवहार केवल बहुत छोटा काम करनेवालों की संख्या आदि प्रकट करने के लिये होता है ।