नथना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादननथना ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ नस्त (=नाक)]
१. नाक का अगला भाग । नाक का वह चमड़ा जो छेदों के परदे का काम देता है । मुहा॰—नथना फुलाना = क्रोध करना । गुस्सा दिखलाना । नथना फूलना = क्रोध आना ।
२. नाक का छेद ।
नथना ^२ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ नाथना का प्रे॰ रूप]
१. किसी के साथ नत्थी होना । नाथा जाना । एक सूत्र में बँधना ।
२. छिदना । छेदा जाना । जासे,—मेरे पैर काँटों से नथ गए हैं ।