प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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नजरबंदी संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ नजर + फा॰ बंदी]

१. राज्य की ओर से वह दंड जिसमें दंडित व्यक्ति किसी सुरक्षित या नियत स्थान पर रखा जाता है और उसपर निगरानी रहती है । जिसे यह दंड मिलता है उसे कहीं आने जाने या किसी से मिलने जुलने की आज्ञा नहीं होती ।

२. नजरबंद होने की दशा ।

३. लोगों की दृष्टि में भ्रम उत्पन्न करने की क्रिया । जादूगरी । बाजीगरी ।