नग्न
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादननग्न ^१ वि॰ [सं॰]
१. जिसके शरीर पर कोई वस्त्र न हो । नगा ।
२. जिसके ऊपर किसी प्रकार का आवरण न हो ।
नग्न ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. एक प्रकार के दिगंबर जैन जो कौपीन और कषाय वस्त्र पहनते हैं । विशेष—ये पाँच प्रकार के होते हैं—द्विकच्छ, कच्छेशेष, मुक्तकच्छ, एकवासा और अवासा ।
२. पुराणानुसार वह जिसे शास्त्रों आदि का ज्ञान न हो और जिसके कुल में किसी ने वेद न पढ़ा हो । विशेष—ऐसे आदमियों का अन्न ग्रहण करना वर्जित है ।
३. वह जो गृहस्थाश्रम के उपरांत बिना वानप्रस्थ ग्रहण किए ही संन्यासी हो गया हो । विशेष—पुराणनुसार ऐसा आदमी पातकी समझा जाता है ।