नग
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादननग ^३ संज्ञा पुं॰ [फा॰]
१. लज्या । शर्म ।
२. दोष [को॰] । यौ॰— नंगें इंसानियत=मानवता को कलंकित करनेवाला कार्य । नंगे खानदान=कुलांगार । नंगोनाम, नंगोनामुस=(१) लज्य़ा । गैरत । इस्मत । (२) मर्यादा । प्रतिष्ठा ।
नग ^१ वि॰ [सं॰]
१. न गमन करनेवाला । न चलने फिरनेवाला । अचल । स्थिर ।
नग ^२ संज्ञा पुं॰
१. पर्वत । पहाड़ ।
२. पेड़ । वृक्ष ।
३. सात की संख्या ।
४. सर्प । साँप ।
५. सूर्य ।
६. कोई वनस्पति (को॰) ।
नग ^३ संज्ञा पुं॰ [फा॰ नगीना, सं॰ नग]
१. शीशे या पत्थर आदि का रंगीन बढ़िया, टुकड़ा जो प्रायः अँगुठियों आदि में जड़ा जाता है । नगीना । मुहा॰—नग बैठाना = नग जड़ना ।
२. अदत । संख्या । जैसे, पाँच नग लोटा ।