हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

नक्षत्रलोक संज्ञा पुं॰ [सं॰] पुराणानुसार वह लोक जिसमें नक्षत्र हैं । यह लोक चंद्रलोक से ऊपर माना जाता है । विशेष—काशीखंड में लिखा है कि जब दक्ष कन्या ने महादेव के लिये कठिन तपस्या की थी तब उन्होंने प्रसन्न होकर उन्हें ज्योतिषचक्र में चंद्रलोक से ऊपर स्वतंत्र लोक में रहने का वर दिया था ।