प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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नक्षत्रचक्र संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. तांत्रिकों के अनेक चक्रों में से एक । विशेष—इसके अनुसार दीक्षा के समय नक्षत्रों आदि के विचार से गुरु यह निश्चय करता है कि शिष्य को कौन सा मंत्र दिया जाय ।

२. राशिचक्र ।