नउतोया पु † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'नेवतहरी' । उ॰—राजमती कउ रचउ वीवाह, व्यारी खंड जीव नउतीया मिल्या हो चउरासिया अंत न पार ।—बी रासो, पृ॰ ३७ ।