प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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ध्वंस संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. विनाश । नाश । क्षय । हानि । विशेष— न्याय और वौशेषिक मे 'ध्वंस' एक अभाव माना गया है । पर सत्कार्यवादी सांख्य और वेदांत ध्वंस का अभाव नहीं मानते केवल तिरोभाव मानते हैँ । वे वस्तु का नाश नहीं मानते; उसका अवस्थांतर माने हैं ।

२. भावन या इमारत का ढहना या गिरना [को॰] ।