धूर पु † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'धूल' । उ॰—मानुस हो कोइ मुवा नहिं मुवा सो डगर घूर ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ ३६५ ।
धूर ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक घास ।
धूर ^२ अव्य॰ [हिं॰] दे॰ 'धुर' । उ॰—गर्व गुमान में जो है पूरा रहैं सदा सो धूर अधूरा ।—कबीर सा॰, पृ॰ ५८९ ।