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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

धूमकेतु संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. अग्नि (जिसकी पताका धुआँ है) ।

२. केतुग्रह (जिसका चिह्न है धुएँ या भाप के आकार की पुँछ) । पुच्छल तारा । विशेष—दे॰ 'केतु' ।

३. शिव । महादेव ।

४. वह घोड़ा जिसकी पूँछ में भँवरी हो । विशेष—ऐसा बोड़ा बहुत अमंगल समझा जात है ।

५. रावण की सेना का एक राक्षस । उ॰—कुमुख, अकंपन, कुलि- सरद, धूमकेतु अतिकाय ।—तुलसी (शब्द॰) ।