प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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धावा संज्ञा पुं॰ [सं॰ धावन]

१. शत्तु से लड़ने के लिये दल बल सहित तैयार हौकर जाना । आक्रमण । हमला । चढ़ाई । मुहा॰—धावा बौलना = (१) अधिकारी का अपने सैनिकों को आक्रमण करने की आज्ञा देना । (२) चढ़ाई कर देना । (३) किसी काम के लिये जल्दी जल्दी जाना । दौड़ । धावा मारना = जल्दी जल्दी चलना । जैसे,—इस धूप में हम तीन कोस का धावा मारकर आ रहे हैं ।