धनस्थान संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. खजाना । २. कुंडली में लग्न से दूसरा स्थान जिसमें पड़े ग्रहों की स्थिति के आधार पर किसी का धनी या निर्धन होना जाना जाता है [को॰] ।