प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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धनपति पु संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. कुबेर ।

२. पुराण के अनुसार वायु का नाम । विशेष—वराहपुराण में लिखा है कि ब्रह्मा ने जब सृष्टि की तब उनके मुख से वायु देवता निकले । ब्रह्मा ने उनसे मूर्तिमान होकर शांत भाव धारण करने के लिये कहा और वर दिया कि 'देवताओं' का जितना धन है सबके रक्षक तुम हो । जो एकादशी के दिन आग में पका अन्न न खायगा उसके प्रति प्रसन्न होकर तुम धनधान्य दोगे' ।