धंकना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰ धंका] क्रुद्ध होना । कुढ़ना । खीजना । उ॰—छननंकि बान गजि मोम धंक । कायर पुलंत सूरा निसंक ।—पृ॰ रा॰, १ । ६५८ ।