धँधला संज्ञा पुं॰ [हिं॰ धधा] १. छल छंद । कपठ का आडंबर । झूठा ढोंगा । ढंग । उ॰—अंत काल कोइ काम न आवै । फोकट फाकट धंधला ।—सुदर ग्र॰, भा॰ २, पु॰ ९०९ । २. हीला । बहाना । (स्त्रि॰) । क्रि॰ प्र॰—करना । मुहा॰—(किसी को) धँधले आते हैं = छल छंद का अभ्यास है ।