दोसा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दोषा] दे॰ 'दोषा' ।
दोसा ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] एक प्रकार की घास जो पानी में होती है । इसका बहुत अंश पानी में डूबा रहता है और इसमें एक प्रकार के दाने अधिकता से होते हैं ।