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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

देरी † संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰] दे॰ 'देर' । उ॰—यों ही शंख असंख्य हो गए लगी न देरी ।—साकेत, पृ॰ ५१० ।