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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

दुर्जय ^१ वि॰ [सं॰] जिसे जीतना कठिन हो । जो जल्दी जीता न जा सके । उ॰—पूर्व पुण्य के क्षय होने तक पापी भी तो दुर्जय है ।—साकेत, पृ॰ ३८० ।

दुर्जय ^२

१. विष्णु ।

२. कूर्मपुराण के अनुसार कार्तवीर्य वंश में उत्पन्न अनंत राजा का एक पुत्र ।

३. एक राक्षस का नाम ।