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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

दारा ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ दारा] स्त्री । पत्नी । भार्या । विशेष— सं॰ 'दार' शब्द नित्य बहुवचनांत है, अतः उसका प्रथमा का रूप 'दाराः' होता है पर हिंदी में 'दारा' रूप ही स्त्रीलिंग में व्यवहृत होता है ।

दारा ^२ संज्ञा पुं॰ [?] किनारा (लश॰) ।

दारा ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] एक प्रकार की भारी मछली जो हिंदुस्तान में समुद्र के किनारे पाई जाती है । यह लंबाई में तीन हाथ और तौल में दस ग्यारह सेर होती है ।

दारा ^४ संज्ञा पुं॰ [फा़॰]

१. विश्व का नियंता । ईश्वर ।

२. राजा । नरेश ।

३. धनी । मालदार ।

४. ईरान का एक बादशाह [को॰] ।