प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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दस्तावेज संज्ञा स्त्री॰ [फा॰ दस्तावेज] वह कागज जिसमें दो या कई आदमियों के बीच के वप्यवहार की बात लिखी हो और जिसपर व्यवहार करनेवालों के दस्तखत हों । व्यवहार संबंधी लेख ।वह पत्र जिसे लिखकर किसी ने कोई प्रतिज्ञा की हो, किसी प्रकार का ऋण या देना स्वीकार किया हो अथवा द्रव्य संपत्ति आदि का लेनदेन किया हो । जैसे तमस्सुक, रेहननामा, किबाला इत्यादि । उ॰— (क) जबतक रजिस्ट्री नहो जाय, सच्चे सके सच्चा दस्तावेज भी प्रामा— णिक नहीं मान जाता । — प्रंगघन॰, भा॰२, पृ॰ २७३ । (ख) कागज,पत्तर, दस्तावेज, तमस्सुक हिंदलोट वगैरह । जिस संदूक में रखे हैं, उसकी चाबियों का गुच्छा किसके जिम्मे है?— नई॰, पृ॰ १६ । क्रि॰ प्र॰—लिखना ।