दस्त
हाथ
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
दस्त ^१ वि॰ [सं॰] छोडा़ हुआ । त्यक्त । बहिष्कृत ।
२. फेंका हुआ । क्षिप्त ।
३. विनष्ट । क्षीण । नष्ट [को॰] ।
दस्त ^२ संज्ञा पुं॰ [फा़॰]
१. पतला पायखाना । पानी ऐसा मल गिरने की क्रिया । विरेचन । क्रि॰ प्र॰—आना ।—होना । मुहा॰—दस्त लगना = मल निकलने का वेग जान पड़ना । पायखाना लगना ।
२. हाथ । उ॰—सदगुरु नाथ अमल मस्त । उस अमल में साहेब दस्त ।—दक्खिनी॰, पृ॰ १२५ । यौ॰—दस्तकार । दस्तखत । दस्तगीर । दस्तराज । दस्तपनाह । दस्तबंद । दस्तबदस्त । दस्तबरदार । दस्तबस्ता । दस्तबुर्द । दस्तयाब ।
दस्त ^३ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ दश्त] जंगल । बयावन । मरुस्थल । उ॰— सीस दिहा तब अब क्या रोना मनी मान को खौवै हो । दम दम याद करै साहिब को नेकी दस्त में बोवै हो ।—पलटू॰, पृ॰ ८३ ।
दस्त बदस्त क्रि॰ वि॰ [फा़॰] हाथों हाथ । उ॰—ऐसी बे तुसाडे दरस भिखारी, होवे सौदा दस्तबदस्ती । —धनानंद, पृ॰ ५३४ ।