दंदुल † वि॰ [सं॰ तुन्दिला] दे॰ 'तुंदिल' । उ॰—विद्याभरी दंदुल पेट उसपर साँप की लपेट । विघन करत है चपेट पकड़ फेट काल की ।—दक्खिनी॰, पृ॰ ४५ ।