दंदु संज्ञा पुं॰ [सं॰ द्वन्द] दे॰ 'द्वंद्व' । उ॰—अब हो कंठ फाँद गिब चीन्हा । दंदु कै फाँद चाहु का कीन्हा ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ १७० ।