थूनी
हिन्दी सम्पादन
प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन
शब्दसागर सम्पादन
थूनी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्थूण]
१. लकड़ी आदि का गड़ा हुआ खड़ा बल्ला । खंभा । स्तंभ । थम ।
२. वह खंभा जो किसी बोझ को रोकने के लिये नीचे से लगाया जाय । चाँड़ । सहारे का खंभा । उ॰—चाँद सूरज कियो तारा, गगन लियो बनाय । थाम्ह थूनी बिना देखी, राख लियो ठहराय ।—जग॰ श॰, शा॰ २, पृ॰ १०६ । क्रि॰ प्र॰—लगाना ।
३. वह गड़ी हुई लकड़ी जिसमें रस्सी का फंदा लगाकर मथानी का डंडा अटकाते हैं ।