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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

थापणि संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्थापना, प्रा॰ थावणा] स्थिरता । स्थापना । स्थैर्य । शांति । उ॰— थापणि पाई थिति भई, सतगुर दिन्हीं धीर । कबीर हीरा बणजिया, मानसरोवर तीर ।—कबीर ग्रं॰, पृ॰ २८ ।