थाथी † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] दे॰ 'थाती' । उ॰— कहँ कबीर जतन करो साधी, सत्तगुरू की थाथी ।— कबीर श॰, भा॰ १, पृ॰ ४८ ।