थाईभाव संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्थायी भाव] दे॰ 'स्थायी भाव' । उ॰— रति हाँसी अरु सोक पुनि क्रोध उछाहं सुजान । भय निंदा बिस्मय सदा, थाईभाव प्रमान ।—केशव ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ ३१ ।