थलराना कि॰ अ॰ [हिं॰ दुलराना] प्रसन्न करना । अनुकूल बनाना । उ॰— नेह नवोढ़ा नारि कौं बारि बारु का न्याय । थलराए पै पाइए, नीपीड़े न रसाथ ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १४१ ।