हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

त्रिदोषजा वि॰ स्त्री॰ [सं॰] दे॰ 'त्रिदोषज' । उ॰—पूर्वोक्त ञिदो- षजा अश्मरी विशेष करके बालकों के होती है ।—माधव॰, पृ॰ १८० ।