त्रिदंडी संज्ञा पुं॰ [सं॰ त्रिदणिडन्] १. मन, वचन और कर्म तीनों को दमन करने या वश में रखनेवाला व्यक्ति । २. संन्यासी । परिव्राजक । २. यज्ञोपवीत । जनेऊ ।