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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

त्रितय ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] धर्म, अर्थ और काम इन तीनों का समूह ।

त्रितय ^२ वि॰ जिसके तीन भाग हों । तेहरा [को॰] ।