त्रिगंभीर संज्ञा पुं॰ [सं॰ त्रिगम्भीर] वह जिसका सत्त्व [आचरण], स्वर और नाभि गंभीर हो । लोगों का विश्वास है कि ऐसा पुरुष सदा सुखी रहता है ।