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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

त्राटक संज्ञा पुं॰ [सं॰] योग के षट्कर्मों में से छठा कर्म या साधन । इसमें अनिमेष रुप से किसी विंदु पर दृष्टि रखते हैं ।