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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

त्रस्त वि॰ [सं॰]

१. भयभीत । डरा हूआ ।उ॰— एक बार मुनिवर कौशिक के तपसे सुरपति त्रस्त हुआ । — शकूं॰, पृ॰२ ।

२. पीडित । दु:खित । जिसे कष्ट पहुँचा हो ।

३. चकित । जिसे आश्चर्य हुआ हो ।