प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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त्रसरेणु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह चमकता हुआ कण जो छेद में से आती हुई धूप में नाचता या घूमता दिखाई देता है । सूक्ष्म कण । विशेष— मनु के अनुसार एक त्रसरेणु तीन परमाणुओं से मिलकर और वैद्यक के अनुसार तीन परमाणुओं से मिलकर बना होता है ।

त्रसरेणु ^२ संज्ञा स्त्री॰ पुराणानुसार सूर्य की एक स्त्री का नाम ।