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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

तैयारी संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ तैयार + ई (प्रत्य॰)]

१. तैयार होने की क्रिया या भाव । दुरुस्ती । संपूर्णता ।

२. तत्परता । मुस्तैदी ।

३. शरीर की पुष्टता । मोटाई ।

४. धूमधाम । विशेषतः प्रबंध आदि के संबंध की धूमधाम । जैसे,—उनकी बरात में बडी़ तैयारी थी ।

५. सजावट । जैसे,—आज तो आप बडी़ तैयारी से निकले हैं ।

६. समाप्ति । खात्मा (को॰) ।

७. प्रयोग के काबिल होना (को॰) ।

८. रचना । निर्माण । सृष्टि (को॰) ।