तुलना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनतुलना ^१ क्रि॰ अ॰ [सं॰ तुल]
१. तौला जाना । तराजू पर अंदाजा जाना । मान का कूता जाना । संयो॰ क्रि॰—बाना ।
२. तौल या माव में बराबर उतरना । तुल्य होना । उ॰—सात सर्ग अपवर्ग सुख धरिय तुला इक अंग । तुले न ताहि सकल मिलि जो सुख लव सतसंग ।—तुलसी (शब्द॰) ।
३. किसी आधार पर इस प्रकार ठहरना कि आधार कै बाहर निकला हुआ कोई भाग अधिक बोझ के कारण किसी ओर को झुका न हो । ठीक अंदाज के साथ टिकना । जैसे, किसी कील पर छड़ी आदि का तुलकर टिकना । बाइसिकिल पर तुलकर बैठना ।
४. किसी अस्त्र आदि का इस प्रकार हिसाब से चलाया जाना कि वह ठिक लक्ष्य पर पहुँचे और उतना ही आघात पहुँचावे जितना इष्ट हो । सधना । जैसे, तुलकर तलवार का मारना ।
५. नियामित होना । बँधना । अंदाज होना । बँचे हुए मान का अभ्यास होना । उ॰—जैसे, दूकान दारों के हाथ तुलै हुए होते है; बितना उठाकर दे देते है, वह प्राय: ठीका होता है ।
६. भरना । पूरित होना ।
७. गाड़ी कै पहिए का ओंगा जाना ।
८. उद्दात बोना । उतारू होना । किसी काम या बात कै लिये बिलकुल तैयार होना । जैसे,— वे इस बात पर तुलै हुए है, कभी न मानेंगे; मुहा॰—किसी काम या बात पर तुलना = (१) कोई काम करने के लिये उद्दात होता । (२) जिद पकड़ लेना । हठ करना । उ॰— तौलने के लिये भला किसको, तुल गए कह तुली हुई बातें । —चोखे॰, पृ॰ ३२ । तुली हुई बातें कहना = ठिकाने की बातें कहना । पक्की बातें कहना । उ॰— तोलने के लिये भला किसकी । तुल गए कह तुली हुई बातें ।—चोखे॰, पृ॰ ३२ ।
तुलना ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं]
१. दो या अधिक वस्तुओं के गुण, मान आदि के एक दुसरे से घट बढ़ होने का विचार । मिलान । तारतम्य । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना ।
२. सादृश्य । समता । बराबरी । जैसे,—इसकी तुलना उसके साथ नहीं हो सकती ।
३. उपमा ।
४. तौल । वजन । †
५. गहना । गिनती ।
६. उठाना । साधना (को॰) ।
७. आँकना । कूदना । अंदाज लगाना या करना (को॰) ।
८. परोक्षण करना (को॰) ।
तुलना पु ^१ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ तुलना( = तौल में बराबर आना)] आ पहुँचना । समीप आना निकट आना । उ॰—(क) समुद लोक धन चढ़ी विवाना । जो दिन डरै सो आइ तुलाना ।—जायसी (शब्द॰) । (ख) अपनो काल आपु ही बोल्यो इनकौ मीचु तुलानी ।—सूर (शब्द॰) ।
तुलना † ^२ क्रि॰ सं॰ [हिं॰ तुलना]
१. तूलवाना । तौलना ।
२. बराबरा होना । पूरा उतरना ।
३. गाढ़ी के पहियों को औंगाना । गाड़ी के पहियों की धुरी में चिकना दिलाना ।