हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

तु इसे व्यर्थ छेड़कर अपने सिर आफत लाया । (२) संकट में पड़ना । दु:ख को बुलाना । अपने को झंझट में डालना । जैसै— तुम तो रोज अपने सिर पर एक न इक आफत लाया करते हो ।