तिक्त
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनतिक्त ^१ वि॰ [सं॰] तीती । कडुआ । जिसका स्वाद नीम, गुरुच, चिरोयते आदि के समान हो ।
तिक्त ^२ संज्ञा पुं॰
१. पित्तपापड़ा ।
२. सुगंध ।
३. कुटज ।
४. वरुण वृक्ष ।
५. छह रसों मे से एक । विशेष—तिक्त छह रसों में से एक है । तिक्त और कटु में भेद यह कि तिक्त स्वाद अरुचिकर होता है; जैसे, नीम, चिरायते आदि का; पर कटु स्वाद चरपरा और रुचिकर होता है ।