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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

ति पु वि॰ [सं॰ तद् या त] वह । ति न नगरि ना नागरी, प्रति पद हंसक हीन ।—केशव (शब्द॰) ।