ताहम अव्य॰ [फ़ा॰] तो भी । तिस पर भी । उ॰—ताहम मेरा यह दावा जरूर है कि मेरे छंद ढीले ढिले नहीं होते ।—कुंकुम (भू॰), पृ॰ १९ ।